पटना, ६ जुलाई। हिन्दी, संस्कृत और अंग्रेज़ी के उद्भट विद्वान और महान साहित्य-सेवी आचार्य देवेंद्रनाथ शर्मा वैदिक-साहित्य और सनातन संस्कृति के महान अध्येता थे। किंतु वे नुतनता और प्रगति के भी... Read more
पटना, ३ जुलाई। अनेक अलक्षित साहित्यकारों को अंधेरों से निकाला था डा सुरेंद्र प्रसाद जमुआर ने। वे एक ऐसे विनम्र साधक थे, जिन्होंने कठोर श्रम कर बिहार के सैकड़ों भुला दिए गए साहित्यकारों को न... Read more
पटना ब्यूरो, २९ जून। बाबा नागार्जुन एक जीवंत कवि थे। काव्य के पर्यायवाची थे। यह उनको देख कर ही समझा जा सकता था। संतकवि कबीर की तरह अक्खड़ और फक्कड़! खादी की मोटी धोती और गंजीनुमा कुर्ता! वह... Read more
पटना, २७ जून। संसार भर के नेत्रहीनों और बधिरों की महान प्रेरणा-स्रोत हेलेन ऐडम्स केलर कला में स्नातक की उपाधि प्राप्त करने वाली संसार की पहली बधिर और नेत्रहीन महिला थी, जिन्होंने अपने आत्म-ब... Read more
ऋषि सेवा समिति, पटना के तत्वाधान मे चल रही में भागवत कथा के द्वितीय दिवस पूज्य ऋषि जी ने कहा माया को चाहने वाला बिखर जाता है और भगवान को चाहने वाला निखर जाता है। परीक्षित को श्राप हुआ अतः उस... Read more
पटना, ११ जून। मनीषी विद्वान, उदारमना व्यवसायी और हिन्दी के अनन्य भक्त रामधारी प्रसाद ‘विशारद’ के सदप्रयास और सक्रियता से ही वर्ष १९१९ में बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन की स्थापना... Read more
पटना, ८ जून। डा शंकर प्रसाद एक बहु आयामी व्यक्तित्व के धनी साहित्यकार हैं। कला, संगीत और साहित्य के साथ शिक्षा जगत की भी बड़ी सेवा के लिए सुख्यात श्री प्रसाद की ग़ज़लें पाठकों से सीधी वार्ता... Read more
पटना, ३१ मई। बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन जून माह से ‘कथयामि कथा’ शीर्षक से एकल कथा पाठ तथा ‘मैं और मेरी कविता’ शीर्षक से एकल काव्य-पाठ की दो ऋंखलाएँ आरंभ करने जा रहा... Read more
पटना, २० मई। हिन्दी काव्य-साहित्य में छायावाद-युग के प्रमुख स्तंभ के रप में परिगणित महकवि सुमित्रानन्दन पंत प्रकृति के महान चितेरे और मानवतावादी कवि थे। उनकी रचनाओं के विराट विस्तार में प्रक... Read more
पटना, १५ मई। बहुचर्चित काव्य-कृति ‘जीवन है तो’ की रचनाकार हिन्दी की सुप्रसिद्ध कवयित्री डा सविता मिश्र ‘मागधी’ नहीं रहीं । ६० वर्ष की आयु में उन्होंने बुधवार की संध्य... Read more
पटना, ९ मई। अपने युग की साहित्यिक और सांस्कृतिक चेतना को दिशा और दृष्टि प्रदान करने वाले युग-प्रवर्त्तक साहित्यकार थे आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी। हिन्दी भाषा और साहित्य के महान उन्नायकों... Read more
पटना, २ मई। बंगाल की नृत्य-साधना में तपी सुचर्चित नृत्यांगना सोमा मण्डल और नृत्याचार्य रामचंद्र गोलदार के स्वर्गिक आनन्द प्रदान करने वाले नृत्य ने दर्शकों को घंटों मोहित किए रखा। उनके मोहक प... Read more