पटना, १ सितम्बर। हिन्दी दिवस की सार्थकता तभी सिद्ध होगी, जब ‘हिन्दी’ देश की ‘राष्ट्रभाषा’ घोषित हो। १४ सितम्बर, १९४९ को, जिस दिन भारत की संविधान सभा ने हिन्दी को देश... Read more
पटना, २४ अगस्त। प्रज्ञ-चिंतक और भारतीय वांगमय के मनीषी भाष्यकार कवि हृदय नारायण हिन्दी की सेवा करने वाले पिछली सदी के महान चिंतक कवियों में अग्र-पांक्तेय थे। उन्होंने गीता को न केवल समझा था,... Read more
पटना, ३ दिसम्बर । अद्भुत मेधा के विलक्षण महापुरुष थे देशरत्न डा राजेंद्र प्रसाद। विद्वता और विनम्रता के पर्यायवाची शब्द थे वे। हिन्दी भाषा और साहित्य की उन्नति में उनके योगदान को भुलाया नहीं... Read more