पटना /बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन में, सम्मेलन-अध्यक्ष डा अनिल सुलभ ने राष्ट्रीय ध्वज का आरोहण किया
CIN ब्यूरो /बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन में, सम्मेलन-अध्यक्ष डा अनिल सुलभ ने राष्ट्रीय ध्वज का आरोहण किया। उन्होंने देशवासियों को बधाई देते हुए, सबसे भारत की उन्नति में योगदान हेतु निष्ठा क... Read more
CIN पटना /बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन में, सम्मेलन-अध्यक्ष डा अनिल सुलभ ने राष्ट्रीय ध्वज का आरोहण किया। उन्होंने देशवासियों को बधाई देते हुए, सबसे भारत की उन्नति में योगदान हेतु निष्ठा का... Read more
CIN पटना ब्यूरो , २० जनवरी। वरिष्ठ साहित्यसेवी डा शशु भूषण सिंह एक संवेदनशील, प्रतिभावान और लेखन में निरंतर तल्लीन निष्ठावान गद्यकार ही नहीं, पद्य में भी समान अधिकार रखनेवाले कवि भी हैं। प्र... Read more
पटना, १३ दिसम्बर। नगर के दो सबसे लोकप्रिय और प्राचीन उत्सवों; ‘कौमुदी महोत्सव’ और ‘महामूर्ख सम्मेलन’, जिसमें पाटलिपुत्र की महान गौरवशाली परंपरा और सांस्कृतिक-चेतना की... Read more
पटना, १३ दिसम्बर। नगर के दो सबसे लोकप्रिय और प्राचीन उत्सवों; ‘कौमुदी महोत्सव’ और ‘महामूर्ख सम्मेलन’, जिसमें पाटलिपुत्र की महान गौरवशाली परंपरा और सांस्कृतिक-चेतना की... Read more
पटना, १ दिसम्बर । बिहार राष्ट्रभाषा परिषद की निदेशक रहीं विश्रुत लेखिका डा मिथिलेश कुमारी मिश्र बहुभाषा-विद विदुषी थीं। उन्हें हिन्दी और संस्कृत ही नही, पाली, प्राकृत एवं दक्षिण भारत की अनेक... Read more
पटना, १२ नवम्बर । बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन का १०४वाँ स्थापना दिवस समारोह २० नवम्बर, २०२२ के स्थान पर, अब १४ नवम्बर ,२०२२ को आहूत होगा। सम्मेलन सभागार में शनिवार को आयोजित संवाददाता सम्मे... Read more
पटना, १० नवम्बर। ‘बिहार टाइम्स’ नाम से राज्य का पहला पत्र प्रकाशित करने वाले कवि पत्रकार और संपादक बाबू महेश नारायण और महान सिक्षाविद, बैरिस्टर और राष्ट्र-पुरुष डा सच्चिदानंद सिन... Read more
पटना, २५ अक्टूबर। भारत के सभी राजनीतिज्ञों, अधिकारियों और नागरिकों में चारित्रिक गुणों और पवित्रता का विकास हो, देश के राष्ट्रीय जीवन में आनंद और उन्नति हो, शांति और सद्भावना हो, की मंगलकामन... Read more
पटना, १६ अक्टूबर। आत्मा जब आनंद की अवस्था में होती है, तब वह गाती और गुनगुनाती है। उसके अंतस से जीवन के नवगीत भी तभी फूटते हैं। और आनंद की सुगंधित भूमि से उपजे गीत लोक-मंगल के सर्जक होते हैं... Read more
पटना, ३० सितम्बर। माना जाता है कि व्यंग्य कटु होते हैं। पाठकों को चूभते हैं। लेकिन लोगों को यह भी जाना चाहिए कि व्यंग्य का एक स्तर ऐसा भी होता है, जो हृदय को गुदगुदाता भी है। एक ऐसी कटाक्ष उ... Read more
पटना, २८ सितम्बर। संत साहित्य के मर्मज्ञ आचार्य थे डा धर्मेंद्र ब्रह्मचारी शास्त्री। वे साहित्य में शोध और अनुशीलन के आदर्श-पुरुष थे। उनका संपूर्ण जीवन तपश्चर्या का पर्याय था। प्राचीन हस्तलि... Read more