अमेजन के जंगल वर्षावनों में लगी आग बुझने का नाम ही नहीं ले रही है। बता दें कि आग की घटनाओं में ब्राजील के रोराइमा में 141%, एक्रे में 138%, रोंडोनिया में 115% और अमेजोनास में 81% वृद्धि हुई है। जबकि दक्षिण में मोटो ग्रोसो डूो सूल में 114% बढ़ी हैं, साथ ही ब्राजील में आपातकाल की घोषणा भी कर दी गई है। यही नहीं, इस आग से निकलने वाले धुएं का असर दक्षिणी अमेरिका के 9 देशों में देखने को मिल रहा है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पिछले एक दशक में पहली बार ब्राजील में अमेजन के वर्षा वनों में इतनी भीषण आग लगी है। गौरतलब है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस आग को लेकर काफी चिंता जाहिर की जा रही है। एक ओर जहां ब्राजील के उत्तरी हिस्से में स्थित राज्य रोरैमा, एक्रे, रोंडोनिया, पारा, माटो ग्रोसो और अमेजोनास इससे बुरी तरह से प्रभावित हैं तो वहीं, आग की घटनाओं में रोराइमा में 141%, एक्रे में 138%, रोंडोनिया में 115% और अमेजोनास में 81% वृद्धि हुई है। जबकि दक्षिण में मोटो ग्रोसो डूो सूल में ये घटनाएं 114% तेजी से बढ़ी हैं। बताते चलें कि ब्राजील में आपातकाल की घोषणा कर दी गई है। इस आग से निकलने वाले धुएं का असर दक्षिणी अमेरिका के 9 देशों में देखने को मिल रहा है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि आग से पैदा हुए धुएं की वजह से पर्यावरण को भारी नुकसान हो रहा है। नासा की मानें तो ये धुआं अटलांटिक तटों तक फैल रहा है… यानी यह फैलकर 2800 वर्ग किमी क्षेत्रफल को घेरे जा रहा है। आग से बड़ी मात्रा में कार्बन डाईऑक्साइड पैदा हो रही है, इस साल 228 मेगाटन कार्बन डाईऑक्साइड पैदा हुई है। यह 2010 के बाद सबसे ज्यादा है। जहरीली गैस कार्बन मोनो ऑक्साइड भी पैदा हो रही है। यह दक्षिणी अमेरिका के तटीय इलाकों तक पहुंच चुकी है।
कौशलेन्द्र