Kaushlendra Pandey/जद (यू) प्रदेश प्रवक्ता श्रीमती अंजुम आरा ने मीडिया में जारी बयान में विपक्षी महागठबंधन पर तंज कसते हुए कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर एक ओर जहां एनडीए गठबंधन पूरी प्रतिबद्धता और स्पष्ट नेतृत्व के साथ जनसेवा के संकल्प को दोहरा रहा है, वहीं दूसरी ओर महागठबंधन की स्थिति आज भी असमंजस और आंतरिक भ्रम की शिकार है।
राजद की ओर से बार-बार यह दावा किया जा रहा है कि वह नेतृत्व करने के लिए तैयार है, परंतु उनके सहयोगी दलों की ओर से आ रहे बयान उनके नेतृत्व पर ही प्रश्नचिह्न खड़ा कर रहे हैं। कांग्रेस नेता पप्पू यादव द्वारा राजद को बड़ा दिल दिखाने की सलाह देना यह स्पष्ट करता है कि भीतर ही भीतर असहमति और अविश्वास का माहौल है। जब गठबंधन के भीतर ही कोई एक-दूसरे को त्याग की नसीहत दे रहा हो, तो जनता के सामने उनकी एकता और नीति दोनों ही संदेह के घेरे में आ जाती हैं।
मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री पद के चेहरों को लेकर भी महागठबंधन में कोई स्पष्टता नहीं है। एक ओर पप्पू यादव इस मुद्दे को गैर-जरूरी बताकर किनारा कर रहे हैं, वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भी इस पर कुछ भी स्पष्ट कहने से बच रहे हैं। इससे यह साबित होता है कि महागठबंधन के पास न तो नेतृत्व को लेकर स्पष्ट सोच है, न ही बिहार के विकास को लेकर कोई ठोस एजेंडा।
बिहार की जनता किसी भ्रम, झूठे वादों की राजनीति नहीं, बल्कि मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में हुए सर्वागीण विकास एवं स्पष्ट नीति के साथ खड़ी है। हमारे मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार ने जो प्रगति की है, वह जगजाहिर है। एनडीए ने हमेशा जनहित को सर्वोपरि रखा है और आने वाले चुनाव में भी हम इसी नीति के साथ जनता के बीच जाएंगे। बिहार की जनता अब भावनात्मक बातों से नहीं, ठोस काम से तय करेगी कि वह किसे समर्थन दे।





























