Kaushlendra Pandey/जद (यू) प्रदेश कार्यालय में पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री राजीव रंजन प्रसाद ने प्रेस वार्ता को संबोधित किया। इस दौरान प्रदेश प्रवक्ता श्रीमती अंजुम आरा एवं पार्टी मीडिया पैनलिस्ट डाॅ मधुरेंदु पांडेय भी उपस्थित थे। प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि परबत्ता विधानसभा क्षेत्र के विधायक संजीव कुमार का राष्ट्रीय जनता दल की सदस्यता लेने का फैसला पार्टी के लिए अप्रत्याशित नहीं है। पार्टी नेतृत्व ने लंबे समय से महसूस किया था कि संजीव कुमार का पार्टी गतिविधियों से जुड़ाव बहुत कम रह गया था।
उन्होंने कहा कि बिहार के करिश्माई मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनी गई एनडीए सरकार को गिराने की असफल साजिश के मुख्य साजिशकर्ता संजीव कुमार रहे हैं। इस पूरे प्रकरण की जांच आर्थिक अपराध इकाई द्वारा की जा रही है, और संजीव कुमार को स्वयं पता था कि पार्टी उनके खिलाफ कार्रवाई कर सकती है।
इसके बावजूद, 27 सितंबर को परबत्ता विधानसभा क्षेत्र में आयोजित एनडीए सम्मेलन में संजीव कुमार की अनुपस्थिति के बावजूद 10,000 से अधिक कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। सम्मेलन में एनडीए के सभी घटक दलों के नेता और कार्यकर्ताओं ने मिलकर परबत्ता में जीत का संकल्प लिया। यह साबित करता है कि पार्टी संगठन और कार्यकर्ता संजीव कुमार जैसे अवसरवादियों के बिना भी मजबूत हैं। बिहार में पिछले 20 वर्षों से प्रो-इंकम्बेंसी सरकार रही है और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में राज्य सरकार ने लगातार बड़े फैसले लिए हैं। इनमें सामाजिक सुरक्षा पेंशन बढ़ाना, महिलाओं के खातों में वित्तीय सहायता, और रोजगार सृजन के महत्वाकांक्षी प्रयास शामिल हैं। सरकार ने अब तक 50 लाख नौकरियों का प्रावधान किया है और अगले चरण में 1 करोड़ नौकरियों का लक्ष्य रखा गया है।
विपक्षी आरजेडी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि बिहार में पलायन के आंकड़ों की सही समझ उन्हें नहीं है। पिछली कांग्रेस एवं आरजेडी सरकारों के समय लोग मजबूरी और असुरक्षा के कारण राज्य छोड़ते थे। आज बिहार में रिवर्स माइग्रेशन हो रहा है और राज्य रोजगार, निवेश और औद्योगिक विस्तार की संभावनाओं के नए अवसर सृजित कर रहा है।
उन्होंने कहा कि कि संजीव कुमार जैसे नेताओं के जाने से पार्टी की ताकत और बढ़ेगी। 2025 में मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार की अगुवाई में एनडीए की फिर से सरकार बनेगी, बिहार के लोगों का सपना और विकास का एजेंडा पूर्ण रूप से साकार होगा।



























