रिपोर्ट | कौशलेन्द्र पाण्डेय | पटना, 6 जुलाई:राजधानी पटना स्थित ऐतिहासिक गांधी मैदान शनिवार को जनसैलाब से गूंज उठा, जब बागेश्वर धाम प्रमुख पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने एक बड़ा ऐलान करते हुए कहा, “हमें हिंदू राष्ट्र बनाना है और इसकी शुरुआत बिहार से होगी।”
भीषण गर्मी और उमस के बावजूद लाखों की संख्या में जुटे श्रद्धालुओं के बीच शास्त्री ने भावनात्मक भाषण देते हुए कहा कि “बिहार की पवित्र भूमि पर हिन्दू राष्ट्र का बीज बोया जाएगा।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि “हमें वोट की राजनीति नहीं करनी, धर्म की राजनीति करनी है। अब समय आ गया है कि हिंदू धर्म को उसका गौरव वापस मिले।”
राजनीतिक गलियारों में इस बयान को लेकर हलचल मच गई है। विपक्षी दलों ने इसे संविधान विरोधी करार देते हुए शास्त्री पर धर्म के नाम पर ध्रुवीकरण का आरोप लगाया है। वहीं कुछ दक्षिणपंथी संगठनों ने उनके बयान का समर्थन करते हुए कहा कि “यह जनभावना की अभिव्यक्ति है।”
कार्यक्रम के दौरान सुरक्षा के व्यापक इंतज़ाम किए गए थे, लेकिन भीड़ के आकार ने प्रशासन को कई बार असहज किया। गांधी मैदान में भगवा झंडों और जय श्रीराम के नारों की गूंज ने माहौल को पूरी तरह धार्मिक रंग में रंग दिया।
इस आयोजन के राजनीतिक निहितार्थ को लेकर विशेषज्ञों का कहना है कि यह बयान आगामी विधानसभा चुनावों से पहले एक रणनीतिक सांस्कृतिक ध्रुवीकरण की शुरुआत हो सकती है।