अनूप कुमार /बिहार विधानसभा चुनाव की सरगर्मी के बीच आज पटना के सदाकत आश्रम स्थित कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय में पार्टी की एक अहम रणनीतिक बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में राज्य भर के कांग्रेस जिला अध्यक्षों को बुलाया गया था।
बैठक की अध्यक्षता कर रहे कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम ने चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि,
“इलेक्शन कमीशन का तुगलकी फरमान 8 करोड़ वोटरों पर हमला है। 20% वोट काटने की साजिश चल रही है — हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे। सभी जिलों में सघन अभियान चलाया जाएगा।”
राजेश राम का यह बयान सीधे तौर पर वोटर लिस्ट संशोधन प्रक्रिया को लेकर था, जिसे कांग्रेस ने पूरी तरह अलोकतांत्रिक करार दिया है। पार्टी का कहना है कि इस प्रक्रिया के जरिए राज्य के लाखों गरीब और वंचित वर्ग के वोटरों को चुनाव से बाहर करने की कोशिश की जा रही है।
‘माय बहन मां योजना’ को लेकर कांग्रेस का नया ऐलान
बैठक में कांग्रेस ने महिलाओं को लेकर एक बड़ा चुनावी ऐलान भी किया। अखिल भारतीय महिला कांग्रेस के नेतृत्व में अब राज्य भर में ‘माय बहन मां योजना’ को लेकर जनसंपर्क अभियान चलाया जाएगा।
इस योजना के तहत महिलाओं को ₹2500 प्रति माह की सम्मान राशि दिए जाने की बात कही जा रही है, जिसे लेकर महिला कार्यकर्ता गांव-गांव और घर-घर पहुंचेंगी।
इस अभियान के तहत:
5 लाख महिलाओं को मुफ्त सैनिटरी पैड वितरित किए जाएंगे।
पैड की पैकिंग पर राहुल गांधी की तस्वीर और ‘नारी न्याय’ का स्लोगन होगा।
योजना की प्रमुख जानकारियाँ और लाभ भी पैकेट पर छापे जाएंगे।
महिला चौपाल, जनसभाएं, और जिला स्तर पर बड़े कार्यक्रमों की श्रृंखला चलाई जाएगी।
राजनीतिक संकेत और भविष्य की रणनीति
विश्लेषकों के मुताबिक, कांग्रेस बिहार में महिला मतदाताओं को एक भावनात्मक और आर्थिक पैकेज के जरिए साधने की कोशिश में जुट गई है। ‘माय बहन मां योजना’ न सिर्फ एक लोकलुभावन वादा है बल्कि एक सीधे जमीनी अभियान की रूपरेखा भी है।
वहीं, कांग्रेस द्वारा चुनाव आयोग को निशाने पर लेना ये दर्शाता है कि पार्टी चुनावी तैयारियों को लेकर बेहद आक्रामक रणनीति अपना रही है।
🖊️ रिपोर्ट: कंट्री इनसाइड न्यूज एजेंसी