पटना। कौशलेन्द्र पाण्डेय।बिहार में अपराध और भ्रष्टाचार के खिलाफ अब किसी तरह की रियायत नहीं दी जाएगी। पुलिस महानिदेशक (DGP) विनय कुमार ने सोमवार को पटना पुलिस मुख्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में स्पष्ट किया कि राज्य सरकार और पुलिस विभाग ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति पर सख्ती से अमल कर रहे हैं। इस नीति के तहत अपराधियों की केवल गिरफ्तारी ही नहीं, बल्कि उनकी अवैध कमाई से अर्जित संपत्तियों की जब्ती भी की जा रही है।
डीजीपी ने बताया कि वर्ष 2025 में अब तक कुल 2820 आरोपियों की गिरफ्तारी की गई है। इसके अलावा डकैती जैसे संगीन मामलों से जुड़े 537 अभियुक्तों को भी पुलिस ने सलाखों के पीछे पहुंचाया है।
उन्होंने बताया कि भ्रष्टाचार और संगठित अपराधों पर लगाम लगाने के लिए अब ऐसे मामलों की त्वरित सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में करवाई जा रही है, जिससे अपराधियों को जल्द से जल्द सजा दिलाई जा सके। इससे आम जनता का न्याय प्रणाली पर विश्वास और मजबूत हुआ है।
पुलिस महानिदेशक ने कहा, “हम किसी भी कीमत पर अपराधियों और भ्रष्टाचारियों को नहीं बख्शेंगे। चाहे वे किसी भी रसूखदार पद पर क्यों न हों, कानून सभी के लिए समान है।”
इसके साथ ही पुलिस विभाग ने जनता से अपील की है कि वे किसी भी प्रकार के अपराध या भ्रष्टाचार की जानकारी नजदीकी थाना, टोल-फ्री हेल्पलाइन या पुलिस ऐप के माध्यम से दें, जिससे इस अभियान को और भी प्रभावी बनाया जा सके।
बिहार पुलिस की यह कार्यवाही न केवल कानून व्यवस्था को सुदृढ़ करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि यह राज्य में साफ-सुथरा और जवाबदेह शासन स्थापित करने की दिशा में भी मील का पत्थर साबित हो रही है।