सौरभ निगम/नई दिल्ली ब्यूरो, 11 जून 2025 —केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने संयुक्त राष्ट्र महासागर सम्मेलन में भाग लेते हुए वैश्विक महासागर समझौते की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र की रक्षा और टिकाऊ विकास के लिए दुनिया को मिलकर काम करना होगा।
डॉ. सिंह ने सम्मेलन में भारत की दो प्रमुख पहलें — “डीप ओशन मिशन” (गहरे समुद्र मिशन) और प्लास्टिक प्रतिबंध अभियान — को विशेष रूप से प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि यह मिशन समुद्र की गहराइयों में संसाधनों की खोज और वैज्ञानिक अनुसंधान को बढ़ावा देने के उद्देश्य से चलाया जा रहा है।
उन्होंने यह भी कहा कि भारत ने एकल उपयोग प्लास्टिक पर प्रतिबंध जैसे कठोर कदम उठाकर समुद्री प्रदूषण को रोकने की दिशा में ठोस पहल की है। भारत की ये नीतियां जलवायु परिवर्तन से लड़ने और महासागरों के सतत उपयोग को सुनिश्चित करने में अहम भूमिका निभा रही हैं।
डॉ. जितेंद्र सिंह ने दुनिया भर के देशों से अपील की कि वे भी वैज्ञानिक सहयोग और तकनीकी साझेदारी के माध्यम से महासागर संरक्षण के वैश्विक प्रयासों में सक्रिय भूमिका निभाएं।
(प्रेषक – कंट्री इनसाइड न्यूज एजेंसी)
Source: PIB Press Release