नई दिल्ली। कौशलेन्द्र पाण्डेय।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में उन विभिन्न प्रतिनिधिमंडलों के सदस्यों से मुलाकात की, जिन्होंने दुनिया के कई देशों में भारत का प्रतिनिधित्व किया है। इस दौरान भारत की ओर से वैश्विक शांति, सहयोग और आतंकवाद के खिलाफ एकजुट प्रयासों को लेकर प्रतिबद्धता को दोहराया गया।
इस खास मौके पर कांग्रेस नेता और पूर्व राजनयिक डॉ. शशि थरूर भी मौजूद रहे। प्रधानमंत्री मोदी और शशि थरूर के बीच हुई चर्चा ने राजनीतिक सीमाओं से ऊपर उठकर भारत की वैश्विक भूमिका को रेखांकित किया। दोनों नेताओं ने भारत की विदेश नीति, अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की छवि, और आतंकवाद से निपटने के लिए वैश्विक सहयोग जैसे मुद्दों पर विचार-विमर्श किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आतंकवाद आज विश्व के सामने सबसे बड़ा खतरा है और इससे लड़ने के लिए सभी देशों को एकजुट होकर कार्य करना होगा। उन्होंने उन सभी प्रतिनिधियों की सराहना की, जिन्होंने विदेशों में भारत की आवाज़ को मजबूती से उठाया और देश की गरिमा को बढ़ाया।
डॉ. शशि थरूर ने भी इस अवसर पर भारत की बहुपक्षीय कूटनीति और सांस्कृतिक प्रभाव पर विचार साझा किए और भारत की सॉफ्ट पावर को दुनिया भर में और प्रभावशाली बनाने पर बल दिया।
कंट्री इनसाइड न्यूज एजेंसी यह मानती है कि ऐसे अवसर जब सरकार और विपक्ष के वरिष्ठ नेता एक मंच पर देशहित में संवाद करते हैं, वे लोकतंत्र की परिपक्वता और राष्ट्र की एकता का प्रतीक हैं।