रिपोर्ट: कंट्री इनसाइड न्यूज एजेंसी /राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता तेजस्वी यादव ने संसद सत्र को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि संसद के माध्यम से विश्व को यह स्पष्ट संदेश जाना चाहिए कि भारत की प्रतिष्ठा कभी भी व्यापार, दबाव या बाहरी दखल के कारण झुकी नहीं है और ना ही झुकेगी। भारत एक संप्रभु राष्ट्र है और उसे किसी तीसरे देश की पंचायती की आवश्यकता नहीं है। साथ ही उन्होंने तीखे शब्दों में कहा कि कोई भी देश खुद को ‘सरपंच’ न समझे और भारत को दिशा दिखाने की कोशिश न करे।
तेजस्वी यादव ने यह भी सुझाव दिया कि सेना के शौर्य, पराक्रम, और वीर जवानों को सम्मान देने हेतु संसद का एक विशेष सत्र बुलाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि देश की सुरक्षा, अखंडता और संप्रभुता के मुद्दों पर संसद से बड़ा कोई मंच नहीं है जहाँ पक्ष और विपक्ष दोनों मिलकर एकजुटता दिखा सकते हैं।
उनका यह बयान ऐसे समय आया है जब अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की भूमिका और रुख पर लगातार चर्चाएं हो रही हैं। तेजस्वी यादव का यह स्पष्ट रुख विपक्ष के एक जिम्मेदार चेहरे के रूप में उभरता है जो राष्ट्रहित को प्राथमिकता देता है।