कौशलेन्द्र पाण्डेय -कंट्री इनसाइड न्यूज एजेंसी, पटना।
सोसाइटी ऑफ रीनल न्यूट्रीशन एंड मेटाबोलिज्म का वार्षिक सम्मेलन आज, 26 अप्रैल 2025 को पटना के होटल मौर्या में आरंभ हुआ। इस सम्मेलन के आयोजन अध्यक्ष प्रो. हेमंत कुमार हैं, जबकि आयोजन सचिव की भूमिका में डॉ. प्रितपाल सिंह (अतिरिक्त प्रोफेसर, नेफ्रोलॉजी, IGIMS) कार्यरत हैं।
कार्यक्रम का शुभारंभ स्वागत भाषण से हुआ, जिसे डॉ. अमरेश कृष्ण (प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष, एम्स पटना तथा वैज्ञानिक समिति के अध्यक्ष) ने प्रस्तुत किया।
पहले दिन कई महत्वपूर्ण व्याख्यान आयोजित किए गए, जिनमें शामिल रहे:
इंटरमिटेंट फास्टिंग और इसका स्वास्थ्य पर प्रभाव – डॉ. दीपांकर भौमिक (प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष, नेफ्रोलॉजी, एम्स नई दिल्ली)
गुर्दे की बीमारी से ग्रस्त रोगियों में मोटापे का प्रबंधन – डॉ. अश्वनी गुप्ता (सीनियर कंसल्टेंट, सर गंगाराम अस्पताल, नई दिल्ली)
तीव्र गुर्दा रोग में पोषण – डॉ. श्याम बंसल (निदेशक, नेफ्रोलॉजी, मेदांता, नई दिल्ली)
गुर्दा रोग में पौध आधारित आहार की भूमिका – डॉ. प्रज्ञा पंत (सह-प्राध्यापक एवं विभागाध्यक्ष, नेफ्रोलॉजी, RIMS, रांची)
गुर्दा रोग के लिए पोषण मूल्यांकन उपकरण – डॉ. अर्चना सिन्हा (वरिष्ठ आहार विशेषज्ञ, SGPGI, लखनऊ)
गुर्दा कार्य में सुधार के लिए योग और व्यायाम की भूमिका – डॉ. एडविन फर्नांडो (प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष, नेफ्रोलॉजी, स्टेनली मेडिकल कॉलेज, चेन्नई)
भारत में गुर्दा पोषण में सांस्कृतिक विचार – डॉ. श्रुति तापियावाला (कंसल्टेंट, श्री एचएन रिलायंस फाउंडेशन अस्पताल, मुंबई)
गुर्दा प्रतिरोपण के बाद पोषण संबंधी विचार – डॉ. राजीव सिन्हा (फोर्टिस अस्पताल, कोलकाता)
गुर्दा रोग में कुपोषण की पहचान और उपचार – डॉ. मंजुरी शर्मा (प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष, नेफ्रोलॉजी, गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज)
इसके अतिरिक्त, डॉ. अनीता सक्सेना स्मृति व्याख्यान का आयोजन किया गया, जिसे प्रो. आर.के. शर्मा (निदेशक-नेफ्रोलॉजी, मेदांता, लखनऊ) ने प्रस्तुत किया।
इस सम्मेलन में देशभर से 250 से अधिक प्रसिद्ध नेफ्रोलॉजिस्ट और आहार विशेषज्ञ हिस्सा ले रहे हैं।
शाम को इस सम्मेलन का औपचारिक उद्घाटन बिहार के स्वास्थ्य मंत्री श्री मंगल पांडे द्वारा किया जाएगा। यह आयोजन 27 अप्रैल 2025 को संपन्न होगा।