पूरे दो महीने बाद यानी कि 60 दिन बाद घरेलू विमान सेवाओं को 25 मई से बहाल कर दिया गया है लेकिन कई विमान यात्रा ठप्प भी हो गए जिसकी वजह से कई उड़ानों को रद्द किया गया और परिणाम स्वरूप यात्रियों को हताश और परेशान होना पड़ा।
बता दें कि जहां कुछ लोग अपने घर तो वहीं कुछ लोग अपने कार्यस्थल लौटने के लिए सैकड़ों की संख्या में लोग हवाई अड्डे पर पहुंचने लगे थे। ऐसे में दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर भी लोगी की काफी रौनक देखी गई। वहीं, कई यात्रियों की खुशी उनसे उस वक्त छीन ली गई जब उन्हें हवाई अड्डे पर जाकर पता चला कि उनकी फ्लाइट को रद्द कर दिया गया है।
फिर क्या इस स्थिति में कई यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पहले विमान में यात्रा करने वालों में अर्धसैनिक बल के जवान, सेना के जवान, छात्र और प्रवासी शामिल थे, जो किसी कारणवस रेलवे द्वारा चलाई गई विशेष ट्रेनों के टिकट नहीं ले पाए थे। दूसरी ओर एयरपोर्ट पर मौजूद कई लोगों ने यह बताया कि सार्वजनिक वाहनों के कम होने के कारण वह समय से काफी पहले हवाई अड्डे के लिए निकल गए थे।
सूत्रों से मिली जानाकरी के अनुसार कई फ्लाइट्स रद्द कर दी गई तो कई का वक्त 10-12 घंटे तक पीछे कर दिया गया। यही नहीं, दिल्ली एयरपोर्ट पर ऐसे भी कई यात्री नजर आए जिन्हें यहां पहुंचने के बाद पता चला कि उनकी उड़ान रद्द हो गई है।
बताते चलें कि दिल्ली इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय (IGI) हवाई अड्डे से टेक ऑफ और लैंड करने वाली लगभग 80 उड़ानों को पहले दिन ही रद्द कर दिया गया है, जिसको देखकर यह कहना गलत नहीं होगा कि कुछ लोगों के लिए विमान यात्रा एक महज सपना बन कर रह गया…
प्रिया सिन्हा