रविवार की रात कोरोना संकट को लेकर जारी लड़ाई में एक बार फिर से पूरे बिहार ने एकजुटता दिखाई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर रात के नौ बजते ही राज्यपाल फागू चौहान तथा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से लेकर सभी खास और आम ने मोदी नौ मिनट के लिए डोमेस्टिक लाइट्स बुझाकर दीप और माेमबत्ती जलाया. जलाए गए लाखों दिए उन कोरोना योद्धाओं के लिए भी थे जो दिन रात एक कर लोगों को इस महामारी से बचाने में जुटे हैं. लोगों ने दीप जलाकर कोरोना के अंधकार के खिलाफ प्रकाश किया और सकारात्मक संदेश दिया. अभियान किस कदर सफल रहा इस बात का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि इस दौरान बिहार में बिजली की मांग में 2350 मेगावाट की कमी आ गई.
दीपोत्सव को लेकर सभी की निगाहें ऊर्जा विभाग पर टिकी थी. दीपोत्सव का असर यह हुआ कि शनिवार रात की तुलना में रविवार की रात बिहार में बिजली की मांग में 2350 मेगावाट की कमी आई. शनिवार की रात नौ बजे बिहार में कुल बिजली खपत चार हजार मेगावाट रही थी जबकि, रविवार की रात नौ बजे यह घटकर केवल 1650 मेगावाट हो गई थी. इस दौरान सोशल मीडिया पर फैलाये जा रहै दुष्प्रचार से निबटने के लिए बिजली विभाग के एमडी प्रत्यय अमृत अपनी पूरी टीम के साथ मौजूद थे.
पुष्कर पराग